झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 पहले चरण के मतदान (13 नवंबर) के बाद हेमंत सोरेन ने राज्य की जनता को आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पहले चरण की वोटिंग ने स्पष्ट कर दिया है कि आपने हमने जो सपना देखा है झारखंड को मजबूत बनाने का, उसे 23 नवंबर को पूरा करेंगे।
CM हेमंत सोरेन ने किया जीत का दावा –
पहले चरण की वोटिंग के बाद हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा के तमाम साज़िशों के बावजूद राज्य की जनता के तमाम आशाओं ऑर आकांक्षाओं पूरा करने के लिए तमाम वादे को पूरा करेंगे। यह वादा है अपने बेटे ऑर भाई हेमंत का। बस अब संताल और उतरी छोटानागपुर से भाजपा की साज़िशों के ताबूत पर कील ठोकनी है।
परिवर्तन की अगुवाई कर रही राज्य की जनता – मराण्डी –
पहले चरण के 43 सीटों पर हुए वोटिंग के बाद प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने क्षेत्र की जनता को आभार व्यक्त किया ऑर कहा कि राज्य में परिवर्तन की अगुवाई कर रही है जनता। राज्य की महिला सरकार के संरक्षक गुंडों से त्रस्त होकर उससे निजात पाने के लिए वोट किया है। उन्होंने चुनाव आयोग , पुलिस कर्मी, मतदान कर्मियों सहित सभी का शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए आभार व्यक्त किया है।
एनडीए ऑर इंडिया गठबंधन में कड़ा मुक़ाबला –
झारखंड विस चुनाव के पहले चरण में कुल 43 सीटों पर 64.89 फीसदी वोटिंग हुई। पहले चरण में 683 उम्मीदवार चुनाव मैदान में खड़े थे। पहले चरण के मतदान इंडिया गठबंधन ऑर एनडीए दोनों के लिए महत्वपूर्ण रहने वाली है क्योंकि 2019 विधान सभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने इन सीटों में से 27 सीटों पर जीत हासिल की थी , वहीं एनडीए 13 सीट पर सिमट चुका था और तीन सीटों पर अन्य ने बाजी मारी थी।
इंडिया गठबंधन के लिए पहले चरण में जीत की चुनौती –
2019 में इन 43 सीटों में से 27 सीटों पर इंडिया गठबंधन ने चुनाव जीता था लेकिन इस बार का माहौल अलग है। भाजपा के तरफ से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हेमंत सरकार को घेरना, हेमंत सोरेन को जेल जाना ऑर बंगलादेशी घुसपैठियों के मामले को तूल देना, झारखंड में समय पर प्रतियोगी परीक्षाओं को न होना ,या परीक्षा में व्यवधान उत्पन्न होना, हेमंत सरकार के लिए मुश्किलें पैदा करती है।
कोल्हान क्षेत्र में कम वोट प्रतिशत, भाजपा के लिए मुश्किलें –
2019 विधानसभा चुनाव में कोल्हान क्षेत्र में भाजपा का खाता भी नहीं खुला था ,वहीं इंडिया गठबंधन का असर व्यापक था। कोल्हान क्षेत्र में कम मतदान होने से भाजपा के लिए राह मुश्किल दिख रही है।
मईया योजना से हेमंत सरकार को लाभ –
पहले चरण के मतदान से यह स्पष्ट हो रहा है कि जिस तरह लोगों के मन में मंईया योजनाओं के अंतर्गत राशि प्रदान की गई है, उससे खासकर के ग्रामीण इलाके की महिलाएं ज्यादा प्रभावित हुए हैं। लोगों का कहना है कि उनके बैंक में राशि सरकार के तरफ से दी जा रही है ,तो क्यों न हेमंत सरकार को वोट देंगे।
मोदी और शाह की जोड़ी का कमाल हो सकता है –
प्रधान मंत्री मोदी ऑर अमित शाह की जोड़ी कमाल कर सकती है। आज भी मोदी युवाओं के प्रेरणास्त्रोत बने हुए हैं। साथ ही अमित शाह ने जिस प्रकार से बंगलादेशी घुसपैठियों के मुद्दा को तूल दिया है उससे हिन्दू वोटों का पोलराइजेशन होने की संभावना है।